योग के अभ्यास से न केवल शारीरिक बल वरन उत्तेजना और तनाव कम होता है, बल्कि यह मानसिक स्थिरता और ताकत को भी विकसित करता है। योग के द्वारा ध्यान, प्राणायाम, और असन के अभ्यास से दिमाग को नयी ऊर्जा और शक्ति की आवश्यकता से पूर्ण बनाया जाता है।
योग के द्वारा संचित तनाव, दुख, अवसाद और चिंताओं को कम करने की क्षमता होती है जो एक व्यक्ति के दिमाग को आराम देता है। योग भी मधुमेह, रक्तचाप, निद्रा की समस्याओं, मानसिक बीमारियों, एल्जाइमर और अन्य न्यूरोलॉजिकल समस्याओं से लड़ने में मदद करता है।
इसके अलावा, योग द्वारा आपके दिमाग में सकारात्मक सोच को बढ़ाया जा सकता है। योग के अभ्यास से आप अपने दिमाग को शांत और स्थिर रख सकते हैं जो आपकी चेतना को बढ़ाता है। संक्षेप में, योग आपके दिमाग में शांति, सकारात्मक सोच, कब स्थिरता, ताकत, और उत्तेजना को विकसित करने में मदद कर सकता है।
योग करने का सही समय –
योग का अभ्यास किसी भी समय कर सकते हैं, लेकिन सबसे अच्छा समय सुबह के समय होता है। सुबह के समय शरीर और मन दोनों अधिक फ्रेश और स्थिर होते हैं जो योग करने के लिए अधिक उपयुक्त होता है।
योग करने के लिए आपको किसी भी खाली पेट और एक सुखी स्थान की आवश्यकता होती है। आप योग को संध्या या रात्रि में भी कर सकते हैं लेकिन इस समय आपका शरीर और मन प्रकृति के अनुसार अधिक थका हुआ होता है, जो अभ्यास करने के लिए कम उपयुक्त होता है।
इसके अलावा, योग का अभ्यास नियमित होना चाहिए। योग अभ्यास के लिए संभवतः ही अधिक समय की आवश्यकता होती है, लेकिन अगर आप रोजाना कम समय अभ्यास करते हैं तो भी इससे बहुत लाभ मिलता है।