8 नवंबर 2016 को देश ने पहली बार डिमॉनेटाइजेशन का नाम सुना था, जिसे आम भाषा में नोटबंदी भी कहते हैं। 2016 में केंद्र सरकार ने 500 और 1000 के पुराने नोट बंद करके 500 और 2000 के नए नोट लॉन्च किए थे, अब लगभग 7 साल बाद देश में दोबारा नोटबंदी की गई है। आरबीआई द्वारा बताया गया है कि आगामी 30 सितंबर तक यह नोट वैध मुद्रा में रहेंगे, इस अवधि तक आमजन 2000 के नोट बैंक से एक्सचेंज करा सकते हैं।
प्रेस रिलीज में यह भी बताया गया कि 2019 के बाद से 2000 के नए नोटों को नहीं छापा गया है।
हालांकि एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस नोट बंदी से 2016 जैसे हालात पैदा नहीं होंगे क्योंकि 2000 के नोट आरबीआई द्वारा पहले ही बड़ी संख्या में वापस लिए जा चुके हैं और 2016 के मुकाबले डिजिटल ट्रांजैक्शन करने वालों की संख्या में भारी संख्या में बढ़ोतरी हुई है।