चमोली : विक्टोरिया क्रॉस दरवान सिंह नेगी की 75वीं पुण्यतिथि पर जिला मुख्यालय गोपेश्वर में पूर्व सैनिक लीग के तत्वावधान में आयोजित किया गया कार्यक्रम।
उत्तराखण्ड पूर्व सैनिक लीग जिला चमोली के गोपेश्वर स्थित कार्यलय मे आज सैन्यभूमि उत्तराखंड के गौरव विक्टोरिया क्रॉस दरवान सिंह नेगी की 75वीं पुण्यतिथि पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमे बड़ी संख्या में उपस्थित पूर्व सैनिकों ने दरवान सिंह नेगी जी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि समाजसेवी श्री मंगला कोठियाल ने अदम्य साहस और वीरता के प्रतीक, प्रथम विश्व युद्ध के महानायक, देवभूमि के सपूत एवं विक्टोरिया क्रॉस से सम्मानित दरबान सिंह नेगी जी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि दरबान सिंह नेगी जी की वीरता को शब्दों में समेटना असंभव है। वे केवल एक सैनिक नहीं, शौर्य एवं साहस के जीवंत उदाहरण थे।
श्री मंगला कोठियाल ने कहा कि दरवान सिंह नेगी एक गढ़वाली किसान परिवार से आए बहादुर सैनिक थे, जिन्होंने प्रथम विश्व युद्ध में अद्वितीय बहादुरी दिखाई। सिर और द्विपार्श्विक चोटों के बावजूद वे आगे बढ़े और ब्रिटिश सैनिकों को जर्मन कब्जे से मुक्त कराया। 1914 में उन्हें फ्रांसीसी मोर्चे पर राज द्वारा सीधे विक्टोरिया क्रॉस प्रदान किया गया। युद्ध के बाद उन्होंने सेना दरियादिली का जीवन बिताया।
कार्यक्रम में उपाध्यक्ष पूर्व सैनिक लीग श्री मातवर सिंह भंडारी ने सुझाव दिए कि ऋषिकेश, हरिद्वार ,ग्वालदम व गैरसैंण जो राज्य व जनपद के प्रवेश द्वार है उन स्थानों पर विक्टोरिया क्रॉस दरवान सिंह नेगी जी की प्रतिमा स्थापित की जाएं।
सचिव पूर्व सैनिक लीग श्री सुरेंद्र सिंह खत्री ने कहा कि हर वर्ष दरबार सिंह नेगी जी की स्मृति में जनपद मुख्यालय में 3 दिवसीय मेले का आयोजन किया जाना चाहिए। मीडिया प्रभारी पूर्व सैनिक लीग श्री बुद्धि प्रसाद त्रिपाठी ने कहा कि विक्टोरिया क्रॉस दरवान सिंह नेगी की शौर्य गाथा को बच्चों के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए।