चुनाव में सभी राजनीतिक पार्टियां जीतने के लिए चुनाव आयोग की दी गई गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ाते हुए साम, दाम, दंड, भेद सभी रास्ते अपनाती हैं। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भी ऐसा ही देखने को मिल रहा है क्योंकि चुनाव आयोग की बताई गई रिपोर्ट के अनुसार अब तक 84 करोड़ की शराब और 147 करोड़ नगद जप्त हुए हैं।
बताया जा रहा है कि इन पैसों और शराब का इस्तेमाल 10 मई को होने वाले चुनाव में वोटरों को लुभाने के लिए किया जाना था।