तंबाकू निषेध दिवस हर साल 31 मई को मनाया जाता है। यह दिवस तंबाकू के हानिकारक प्रभावों के विषय में जागरूकता फैलाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। इस दिन के माध्यम से लोगों को तंबाकू खपाने के नुकसानों के बारे में सचेत किया जाता है और स्वस्थ जीवन जीने के लिए इसकी अवधारणा को बढ़ावा दिया जाता है। इस दिवस के माध्यम से लोगों को तंबाकू के खिलाफ जागरूक करने का उद्देश्य होता है और सभी को तंबाकू के सेवन के नुकसानों के बारे में सही जानकारी प्रदान करना होता है।
तंबाकू एक नशीली पदार्थ है जो निकोटीन के माध्यम से हमारे शरीर को प्रभावित करता है। निकोटीन हमारे दिमाग में एक अभिन्न हिस्सा हो जाता है और यह हमारे मस्तिष्क पर असर डालता है, जिसके परिणामस्वरूप हमें एक ताकतवर महसूस कराता है। लेकिन, इसके साथ ही तंबाकू नशीली होती है और अनेक रोगों का कारण बनती है।
तंबाकू का सेवन कई तरह के गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनता है। यह नशीला पदार्थ विभिन्न तत्वों की मिश्रण होता है, जिनमें मुख्यतः निकोटीन, तार, कार्बन मोनोक्साइड, अमोनिया, आरसेनिक, बेंजोफ़ेनोन, फॉर्मालडिहाइड, कैडमियम, विषाक्त गैसेस, रेडियोनूक्लिड्स और अन्य केमिकल्स शामिल होते हैं। इन सभी तत्वों का हमारे शरीर पर धीरे-धीरे नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है। तंबाकू सेवन का सबसे गंभीर नुकसान है कैंसर का खतरा। निकोटीन और तार के कारण तंबाकू का सेवन करने वाले लोगों में मुख, गले, फेफड़ों, आंत, मस्तिष्क और अन्य अंगों के कैंसर के विकास का जोखिम बढ़ जाता है।
आइए, इस तंबाकू निषेध दिवस पर हम सभी तंबाकू से होने वाले दुष्प्रभावों के प्रति जागरूकता फैलाएं।