उत्तराखण्ड का विश्वप्रसिद्ध गीत गुलाबी शरारा एक बार फिर यूट्यूब पर वापस लौट आया है। यूट्यूब पर इस गीत को 140 मिलियन यानी 14 करोड़ व्यूज मिलने के बाद ये गीत यूट्यूब से कॉपीराइट स्ट्राइक को लेकर हटाया गया था। जिसे लेकर काफी विवाद हुआ। मामले कानूनी लड़ाई और काफी जद्दोजहद के बाद, आखिरकार गुलाबी शरारा गाना यूट्यूब पर लौट आया है। जिससे एक बार इस गाने के फैंस में खुशी की लहर है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गुलाबी शरारा एक कुमाऊंनी गीत है। ये गीत अगस्त 2023 में यंग उत्तराखण्ड चैनल के माध्यम से यू ट्यूब पर लांच किया था। इस गीत को उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोकगायक इंदर आर्य ने इस कुमाऊनी लोक गीत को अपनी आवाज दी। देखते ही देखते यह गीत इतना लोकप्रिय हो उठा, कि 14 करोड़ से अधिक लोगों की पसंद बनने वाला यह उत्तराखंड का पहला लोकगीत बन गया। लेकिन कुछ सप्ताह पूर्व इंद्र आर्य का गीत गुलाबी शरारा यूट्यूब से हट गया था। जिसकी वजह कॉपी राइट स्ट्राइक बताई गई। और इस गीत पर स्ट्राइक लगाने के जिम्मेदार माने जा रहे लोक कलाकार गजेंद्र राणा को ठहराया गया।
इस मामले में गजेंद्र राणा ने अपनी सफाई देते हुए कहा है की इस गीत पर उनके द्वारा नही बल्कि चंदा कैसेट द्वारा स्ट्राइक लगाई गई थी। जिसमे उनका कोई हाथ नहीं है, उन्होंने जो गीत गाया था, वह कंपनी के लिए गया था और उसका मेहनताना लिया था। यह पूरी तरीके से कंपनी और चैनल का मामला है।हालांकि लोगों ने बिना सच को जानें गजेंद्र राणा को गलियाते हुऐ अनाप-शनाप बोलना शुरू कर दिया था।
बताया जा रहा है कि “चंदा पहाड़ी” नाम की म्यूजिक कम्पनी ने इसके म्यूज़िक पर कॉपी राईट का इल्ज़ाम लगा कर यूट्यूब से हटवा दिया था। चैनल का कहना था कि इसकी धुन एक पुराने गढ़वाली गीत” चिट रुमाल,और पिगली साड़ी मा ”गीत से मिलती है जिसे प्रसिद्ध गायक गजेन्द्र सिंह राणा ने गाया था और उसके अधिकार के कंपनी के पास है। इसके बाद उसने कॉपीराइट का दावा ठोक दिया था। लेकिन एक बार फिर से इंद्र के तमाम संघर्ष के बाद गीत वापस यू ट्यूब में वापस आ गया।